स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम एवं सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम योजना

 
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स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम एवं सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम योजना

पात्रता 

स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम

i. व्यक्तिगत आवश्यकताओं और केवल गैर-कृषि उद्देश्यों के लिए (चिकित्सा, शैक्षिक, विवाह के व्यय एवं अन्य अप्रत्याशित खर्चों को पूरा करने के लिए) सोने के आभूषणों /गहनों की प्रतिभूति  के एवज में अग्रिम।

सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम

i.      भारत का निवासी व्यक्ति, व्यक्ति होने के नाते व्यक्तिगत रूप से अपनी क्षमता में या अवयस्क बच्चे की ओर से या किसी अन्य व्यक्ति के साथ संयुक्त रूप से।

ii.    न्यास,अविभाजित हिन्दू परिवार, धर्मार्थ संस्थान और विश्वविद्यालय।

सुविधा का प्रकार

स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम

i.      मांग ऋण – एकबारगी चुकौती

ii.    मांग ऋण – ईएमआई आधारित

ओवरड्राफ्त

सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम

i.   मांग ऋण

ii.  ओवरड्राफ्त

वित्त सीमा

स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम

न्यूनतम  – रू. 25000/-
अधिकतम - रू. 25.00 लाख

सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम

न्यूनतम  – रू. 50000/-

अधिकतम  – आवश्यकता आधारित

मार्जिन

स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम

i.      मांग ऋण – एकबारगी चुकौती – 30%

ii.    मांग ऋण – ईएमआई आधारित – 25%

iii.  ओवरड्राफ्ट – 25%

सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम

व्यक्तिगत – 25%

व्यक्ति के अलावा अन्य – 40%

प्रतिभूति

स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम

स्वर्ण आभूषण/सोने के गहनों को गिरवी रखना

सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम

बैंक के पक्ष में सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड गिरवी रखना/ धारणाधिकार।
ऋण केवल एनएसडीएल के डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास अभौतिक (डीमटेरियलाइज्ड) रूप में रखे गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर उपलब्ध होंगे।

संवितरण

स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम

हमारे या किसी अन्य बैंक में रखे गए उधारकर्ता के बचत/चालू बैंक खाते में जमा के रूप में मांग ऋण का संवितरण।

सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम

मांग ऋण के मामले में, ऋण का संवितरण बैंक में उधारकर्ता के सक्रिय खाते में ऋण  के रूप में होना चाहिए।

चुकौती की अवधि

स्वर्ण आभूषण/सोने के गहने के एवज में अग्रिम

निम्नलिखित में से किसी भी विकल्प द्वारा ऋण की चुकौती की जानी  है:

i. ओवरड्राफ्ट सुविधा हर वर्ष नवीनीकृत की जानी है।

ii.         मांग ऋण के मामले में जब कभी ब्याज लगाया जाए,का नियमित भुगतान-ईएमआई आधारित एवं ओवरड्राफ्ट खाते।

iii.       एकबारगी भुगतान के माध्यम से चुकौती अर्थात परिपक्वता पर ब्याज और मूलधन का भुगतान अधिकतम 12  महीने तक

सॉवरेन गोल्ड बॉंन्ड के एवज में अग्रिम

परिपक्वता तिथि तक यानि अधिकतम 8 वर्ष या गोल्ड बॉन्ड की शेष अवधि जो भी पहले हो।

ब्याज दर

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प्रारंभिक (अपफ्रंट) शुल्क  

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प्रलेखीकरण (डॉक्युमेंटेशन) प्रभार

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